“भले ही मैं बूढ़ा हो रहा हूँ!”

"भले ही मैं बूढ़ा हो रहा हूँ!"

“भले ही मैं बूढ़ा हो रहा हूँ!”

वचन:

भजनसंहिता 71:18

इसलिए हे परमेश्वर जब मैं बूढा हो जाऊ और मेरे बाल पक जाएं, तब भी तू मुझे न छोड, जब तक मैं आने वाली पीढी के लोगों को तेरा बाहूबल और सब उत्पन्न होने वालों को तेरा पराक्रम सुनाऊं।

अवलोकन:

यह बात राजा दाऊद ने लगभग तीन हजार वर्ष पूर्व कही थी। उन्होंने कहा, “मैं भले ही बूढ़ा हो गया हूं, लेकिन मैं जीवन और आशा के इस संदेश को अगली पीढ़ी और आने वाली पीढ़ी को बताना कभी बंद नहीं करू इसलिए मुझे सहायता कर।सबके लिए यह संदेश देना उनके दिल की पुकार थी कि परमेश्वर प्रेम है, और परमेश्वर आपसे प्यार करता है!

कार्यान्वयन:

यह परीच्छेद कितना सुंदर है। एक युवा व्यक्ति के रूप में आप यह नहीं सोचते कि आप कभी बूढ़े होंगे। वास्तव में, आज, जैसे-जैसे हम बड़े होते जाते हैं, हम यही सोंचते है की उद्धारकर्ता के लिए जो जुनून और उत्साह है वह कभी गूम ना पाए।  हमारे जीवन में ऐसा कोई समय नहीं आना चाहिए जब हम यीशु को दुनिया की एकमात्र आशा के रूप में मानना ​​बंद कर दें। यीशु हमेशा हमारा संदेश होना चाहिए और हमें उस संदेश को लोगों तक पहुंचाने का जोश हमेशा रखना चाहिए। हम इस मार्ग में राजा दाऊद को यह कहते हुए सुनते हैं। बेशक, वह कभी यीशु से नहीं मिला था या उसके बारे में नहीं सुना था, फिर भी वह मसीहा के लिए तरस रहा था।  इसलिए उन्होंने हमें इस परीच्छेद में बताया कि मैं अगली पीढ़ी और उन लोगों को बताना कभी बंद नहीं करूंगा जिन्होंने अभी तक परमेश्वर के प्यार का संदेश नहीं सुना है। “भले ही मैं बूढ़ा हो रहा हूँ!”

प्रार्थना:

प्रिय यीशु,

अपना संदेश पहुँचाने में मेरी मदद करें। मुझे पूरी सृष्टि को सुसमाचार प्रचार करने की आज्ञा के अनुसार करने में मेरी सहायता करें, और मुझे अपने काम के लिए उपयोग मे लाए “भले ही मैं बूढ़ा हो रहा हूँ।” मेरे साथ रहने के लिए आपका धन्यवाद, यीशु के नाम से आमीन।