वचन: भजन संहिता 63:1 हे परमेश्वर, तू ही मेरा परमेश्वर है, मै प्रभात मे तेरा दर्शन करने जाऊंगा शुष्क और तप्त भूमी पर, जहां जल नहीं है, मेरा प्राण तेरे लिए प्यासा है, मेरी देह तेरे लिए अभिलाषित है. अवलोकन: यहाँ राजा दाऊद ने परमेश्वर के प्रति अपनी महान आवश्यकता पर बल दिया. वह परमेश्वर के लिए अपनी आवश्यकता ऐसे बताता है, मानो वह एक रेगिस्तान में है, और कहीं भी उसे पानी नहीं मिल रहा. वह कहता है कि, मेरा प्राण तेरे लिए प्यासा है! मैं सब - मेरा पूरा अस्तित्व मेरे जीवन में तुम्हारी उपस्थिति के लिए बेताब [...]
Read Moreवचन: मत्ती 8:8 सूबेदार ने उत्तर दिया, “प्रभु मै इस योग्य नही, कि तू मेरी छत के तले आए, केवल मुख से कह दे और मेरा सेवक चंगा हो जाएगा! अवलोकन: यह उस रोमी सैनिक की कहानी है जो एक मूर्तिपूजक था फिर भी एक परमेश्वर का भय मानने वाला व्यक्ति था. वह यीशु के पास आया और कहा, “मेरे घर में एक सेवक है जो बहुत बीमार है, यीशु ने कहा कि क्या तुम चाहते हो कि मैं तुम्हारे घर आऊं? उस आदमी ने कहा, "नहीं, 'केवल मुख से कह दे'.’ क्योंकि मैं अधिकार के अधीन मनुष्य हूं, और मेरे अधिकार के अधीन लोग भी हैं, और मैं उन्ह [...]
Read Moreवचन: भजन संहिता 31:8और मुझे शत्रुओं के हाथ में नही सौंपा; पर तूने मुझे स्वतंत्र घुमने दिया. अवलोकन: राजा दाऊद हमेशा जानता था कि वह अपने प्रिय राष्ट्र इस्राएल के लिए कितना बोझ ढो रहा था. इस मार्ग में, एक बार फिर, वह शत्रुओं वर्चस्व से परेशान था, और उसने परमेश्वर से कहा, "तूने मेरे शत्रुओं को मेरे विरुद्ध आगे बढ़ने नहीं दिया और मुझे उनके हवाले नहीं किया, बल्कि तूने मेरे पैरों को इतने बड़े स्थान पर रखा है। कि वहाँ, "अतिरिक्त कमरा!" है! कार्यान्वयन : क्या आप कभी अपने खिलाफ आने वाली एक अग्रिम चुनौती [...]
Read Moreवचन: मत्ती 6:27 चिन्ता करने से तुम में से कौन अपनी आयु एक घडी भर भी बढा सकता हैं? अवलोकन: प्रभु के प्रसिद्ध "पर्वत पर उपदेश" के इस खंड में उसने चिंता के इस मुद्दे के बारे में बात की हैं. यीशु कभी नहीं चाहता था कि उसके अनुयायी किसी बात की चिंता करें. उसका मानना था कि अगर उनका पूरा भरोसा उस पर है, तो वे ठीक होंगे क्योंकि उसके मन में सभी बाते हमारे हित की हैं। यहाँ उसने चेलों से तर्क किया और कहा, “क्या तुम में से कोई चिन्ता करने से अपनी आयु एक घडी भर भी बढा सकता हैं?” यदि वह हमारे दिनों में इसे [...]
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