वचन:
इफिसियों 4:32
एक दूसरे के प्रति दयालू तथा सह्रदय बने। जिस तरह परमेश्वर ने मसीह में आप लोगों को क्षमा कर दिया, उसी तरह आप भी एक दूसरे को क्षमा करें।
अवलोकन:
प्रेरित पौलुस सच कह रहा है कि केवल मसीह के बलिदान के कारण ही परमेश्वर हमें क्षमा करने को तैयार था। अतः यह मसीह के बलिदान के कारण है कि हमें दूसरों को क्षमा करने की आज्ञा दी गई है।
कार्यान्वय:
नए नियम में जब भी अंग्रेजी शब्द “BE” का उपयोग किया जाता है, तो इसका अर्थ हमारे प्रभु से निर्देश होता है। शब्द “BE” इस पूरे पद की प्रस्तावना करता है। जब प्रेरित कहता है, “एक दूसरे के प्रति कृपालु और करुणामय बनो,” यह एक आज्ञा है। यह हम में यीशु की शक्ति के कारण है कि हम उस आज्ञा का पालन कर सकते हैं। जब क्षमा की बात आती है तो कोई योग्यता नहीं होती है। वह यह नहीं कहते हैं, “यदि वे पश्चाताप करते हैं तो क्षमा करें,” नहीं, वह बस कहते हैं, “क्षमा करें।” यह पवित्र आत्मा का कार्य है। पौलूस एक “अनुग्रह” प्रचारक था, लेकिन वह एक “BE” प्रचारक भी था। “यीशु के अनुयायी,” के पास ऐसा करने के लिए वर्षों का इतिहास नहीं था। नतीजतन, पौलूस मसीही लोगो को आगे बढ़ने का रास्ता बताता है, साथ ही इस मसीही जीवन में किसी भी चुनौती का जवाब कैसे देना चाहिए। पौलूस का जोर यह था कि परमेश्वर ने इसे मसीह के बलिदान के कारण किया और इसलिए “उसने ऐसा किया, तो हम भी कर सकते हैं!”
प्रार्थना:
प्रिय यीशु,
आपके द्वारा किए गए बलिदानों के लिए मैं पर्याप्त “धन्यवाद” नहीं कह सकता। मुझे क्षमा किया गया है और मेरे पास अनंत जीवन है, प्रभु आप मुझे क्षमा करते हैं और मुझे क्षमा करने के लिए पवित्र आत्मा देकर मुझे अपनी बहुमूल्य आज्ञा का पालन करना सिखाते हैं! यीशु के नाम में आमीन।