“आपके पास अभी भी समय है!”

"आपके पास अभी भी समय है!"

“आपके पास अभी भी समय है!”

वचन:

यशायाह 55:6

जब तर प्रभू मिल सकता है, उसे ढूंढ लो। जब तक वह समीप है, उसको पुकार लो।

अवलोकन:

प्रासंगिक रूप से, यह इस्राएलियों के लिए यहोवा के पास लौटने का आह्वान था, जबकि जाने का अभी भी समय था। दूसरे शब्दों में, परमेश्वर का उनके साथ सब्र खत्म हो रहा था। उत्पत्ति 6:3 में धर्मग्रंथ कहते हैं कि “मेरी आत्मा उस पर सदा के लिए प्रभुता न करेगी। यशायाह ने कहा, “वह अब तुम्हारे निकट है।” रुको मत! “आपके पास अभी भी समय है!”

कार्यान्वयन:

स्वर्ग से परमेश्वर के लोगों को दिए गए इस निर्देश का एक लंबा इतिहास है। इस्राएल ने कभी भी अपना पूर्व गौरव प्राप्त नहीं किया क्योंकि वह अन्य देवताओं के पीछे दौड़ता रहा। लेकिन चलिए आज इसके बारे में बात करते हैं। हम परमेश्वर के न्याय के बारे में बात नहीं करेंगे, जिसके बारे में हम में से बहुत से लोग विश्वास करते हैं कि वह आ रहा है, बल्कि इसके बजाय, एक बार फिर उसकी कृपा के बारे में बात करेंगे।  बात यह नहीं है कि हम परमेश्वर के अनुग्रह के पात्र हैं क्योंकि हम जानते हैं कि हम नहीं है। लेकिन सच तो यह है कि वह अब भी हमारे करीब हैं। वह प्रतिक्षा कर रहा है।  वह बीनती कर रहा है। वह कराह रहा है। वह हमें उसके साथ चाहता है। वह चाहता है कि हमारे भाग दौड के दिन समाप्त हो जाएं और हम सब उसके पास वापस आ जाएं। जब मैं यह तुम्हें लिख रहा हूं, तब भी वह तुम्हारे और मेरे निकट है। आइए उसे तब तक ढुंडे जब तक हम उसे प्राप्त नहीं कर लेते। क्योंकि “आपके पास अभी भी समय है!” और उसी में अनुग्रह है। वह हमें धोखा नहीं देगा। वह हमसे नहीं छिपेगा। वह हमसे नाराज़ नहीं है, लेकिन घड़ी टिक टिक कर रही है और समय निकल रहा है। समय है प्रभु को खोजने का, उसे पाने का क्योंकि समय निरंतर भविष्य की ओर बढ़ रहा है।  “आपके पास अभी भी समय है,” वह प्रतीक्षा करता है।

प्रार्थना:

प्रिय यीशु,

मेरी प्रतीक्षा करने के लिए मैं तुझे धन्यवाद देता हूं। मैं इतना ख़ुश हूँ कि तूने कभी मेरा साथ नहीं छोड़ा और तू मुझे कभी नहीं छोड़ेगा, तुम मेरे क़रीब रहना। मैं एक बार फिर तेरे पास आना चाहता हूं। मैं आज और हर दिन तुम्हारा हूँ। मेरे प्रभू, जैसा तू चाहता हैं, मेरा उपयोग करें। यीशु के नाम में आमीन।