
इसलिये मैं ने जीवन से बैर किया, क्योंकि जो काम सूर्य के नीचे किया जाता था वह मुझे कठिन लगता था। यह सब अर्थहीन है, हवा का पीछा करना है। मुझे उन सब चीज़ों से नफरत है जिनके लिए मैंने धरती पर कड़ी मेहनत की है, क्योंकि मुझे उन्हें अपने बाद आनेवाले के लिए छोड़ देना है।
आइए आज मैं आपको इस बारे में गंभीरता से सोचने के लिए प्रोत्साहित करता हूं कि आप अपना समय कैसे व्यतीत करते हैं। जैसे ही ईश्वर आपकी अगुवाई करता है, अपने जीवन से गतिविधियों और प्रतिबद्धताओं को तब तक दूर कर दें जब तक कि आप हर दिन को उन्मत्त गति से न गुजारें और तनावग्रस्त न हो जाएं।
सबसे पहले, यह समझें कि आप सब कुछ नहीं कर सकते। फिर परमेश्वर की मदद से निर्णय लें कि आप क्या कर सकते हैं। यह आपको जो करना चाहिए उसमें आप अधिक प्रभावी हो जाएंगे और आपके जीवन में शांति बढ़ जाएगी। शांति शक्ति के बराबर है; इसके बिना, आप निराश और कमज़ोर रहेंगे।
जब आप मूल्यांकन करें कि आप अपना समय कैसे व्यतीत कर रहे हैं, तो इस सरल नियम का उपयोग करें: यदि आपके पास इसके बारे में शांति है, तो इसे करते रहें। यदि आपको इसके बारे में शांति नहीं है, तो रुकें। नाराज़गी महसूस करना या अपने आप को इसके बारे में बार-बार शिकायत सुनना समायोजन करने की आवश्यकता को इंगित करता है।
परमेश्वर नहीं चाहता कि आपका अंत सुलैमान की तरह हो, आप अपने जीवन से घृणा करें और कड़वे बनें। उनकी महान इच्छा है कि आप अपने जीवन से प्यार करें, उनकी इच्छा में रहने का आनंद लें, और आपके लिए उनके उद्देश्य को पूरा करते हुए संतुष्ट और शांति से रहें।
परमेश्वर, मुझे विश्वास है कि आप चाहते हैं कि मैं अपने जीवन का आनंद उठाऊं। मुझे ऐसे निर्णय लेने में मदद करें जो हर दिन मेरे लिए शांति और संतुष्टि लाएँ।