Author: Sunil Kasbe

"जरूरतमंदों पर दया करो"

“जरूरतमंदों पर दया करे”

वचन: नीतिवचन 14:31जो कंगाल पर अंधेर करता, वह उसके कर्ता की निंदा करता है, परंतू जो दरिद्र पर अनुग्रह करता, वह उसकी महिमा करता है। अवलोकन: यहाँ बुद्धिमान व्यक्ति हमें सीधे याद दिलाता है कि जो कोई भी गरीब और जरूरतमंद पुरुष या महिला पर अत्याचार करता है या उसे चोट पहुँचाता है या तिरस्कार करता है वह सर्वशक्तिमान ईश्वर के सामने अपना हाथ लहराने के समान है! दूसरी ओर, राजा सुलैमान हमें अपने स्वर्गीय पिता का आदर करने के लिए कहता है। कार्यान्वयन: जब हम इस परीच्छेद को पढ़ते हैं, तो हम तय करते हैं कि मुझे अप [...]

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"कृपा और सत्य की शक्ति"

“कृपा और सत्य की शक्ति”

वचन: नीतिसुत्रे 3:3कृपा और सच्चाई तुझसे अलग न होने पाएं; वरन उन को अपने गले का हार बनाना, और अपनी ह्रदयरुपी पटिया पर लिखना। अवलोकन: ये बुद्धिमानी के वचन सुलैमान के हैं, जिसने यह स्पष्ट किया कि हम सभी को कृपा और सच्चाई को स्वीकार करना चाहिए। उसने कहा कि हमें इन दो गुणों के महत्व की याद दिलाने के लिए जो कुछ भी करना है वह करना चाहिए। इसमें वचनो को आपने गले का हार बनाने और और अपनी ह्रदयरुपी पटिया पर लिखना यह भी शामील था। सुलैमान के लिए, एक सफल जीवन की कुंजी "कृपा और सच्चाई की शक्ति" थी। कार्यान्वयन: [...]

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"आप कल्पना कर सकते हैं?"

“आप कल्पना कर सकते हैं?”

वचन: 1 राजा 11:9 तब यहोवाने सुलैमान पर क्रोध किया, क्योंकि उसका मन इस्त्राएल के परमेश्वर यहोवा से फिर गया था जिसने दो बार उसको दर्शन दिया था। अवलोकन: यह बाइबिल का एक दुखद वचन है। सुलैमान, जिसे परमेश्वर ने उसके राज्यों पर अधिकार दिया था, अब उसी परमेश्वर ने उससे घृणा की। वास्तव में क्या हुआ? सुलैमान परमेश्वर ने उसे दी अपनी क्षमता और बुद्धि से इतना फूल गया  कि उसने सैकड़ों विदेशी स्त्रीयोंसे से विवाह किया और उन्हें अपनी मूर्तिपूजक मूर्तियों को इस्राएल में लाने की अनुमति दी। वास्तव में, कई मामल [...]

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"हमारे शाश्वत परमेश्वर"

“हमारे शाश्वत परमेश्वर”

वचन: भजन संहिता 135:13 हे यहोवा, तेरा नाम सदा स्थिर है, हे यहोवा जिस नाम से तेरा स्मरण होता है, वह पीढ-पीढी बना रहेगा अवलोकन: यहाँ महान राजा दाऊद  ने सर्वशक्तिमान परमेश्वर की स्तुति और आराधना करते हुए कहा कि यहोवा का नाम सदा बना रहता है और उसकी कीर्ति पीढ़ियों तक बनी रहती है। लोगों ने अपने ईश्वर की खोज की है या नहीं, दाविद यहां कह रहा है कि मानव इतिहास में कभी भी ऐसा समय नहीं आया जब "हमारे शाश्वत परमेश्वर" को नहीं जाना गया हो। कार्यान्वयन: रोमियों 1:18-20 में, प्रेरित पौलुस यह बहुत स्पष्ट क [...]

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"अद्भुत!"

“अद्भुत!”

वचन: 2 इतिहास 2:11 तब सोर के राजा हूरामने चिठ्ठी लिख कर सुलैमान के पास भेजी, की यहोवा अपनी प्रजा से प्रेम रखता है, इस से उसने तुझे उनका राजा कर दिया अवलोकन: यद्यपि हूराम ने इस्राएल के परमेश्वर का अनुसरण नहीं किया, वह और उसके लोगों के मन में सुलैमान के पिता दाऊद के निडर नेतृत्व के लिए एक असाधारण सम्मान था, जो जानता था कि उनका परमेश्वर सर्वोच्च था। जब हूराम ने सुलैमान को चिट्ठी लिखकर यह अंगीकार किया, कि इस्राएल का परमेश्वर सचमुच उन से प्रेम रखता है, क्योंकि उस ने उन पर सुलैमान को राजा ठहराया है, त [...]

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 "वे कितनी जल्दी भूल जाते हैं!"

 “वे कितनी जल्दी भूल जाते हैं”

वचन: स्तोत्र 78:35 और उन को स्मरण होता था कि परमेश्वर हमारी चट्टान है, और परमप्रधान ईश्वर हमारा छुडाने वाला है। अवलोकन: भजनकार का लेखन बहुत ही सकारात्मक प्रतीत होता है। फिर भी जब पूरा अध्याय पढ़ा जाता है, तो यह देखना आसान होता है कि इस्राएल लोग लगातार अपनी पीठ फेर रहे थे और यहोवा के विरुद्ध विद्रोह कर रहे थे।  परमेश्वर के पास एकमात्र विकल्प इस्राएलियों को उनके लगातार विद्रोह के लिए जंगल में दंडित करना था। प्रत्येक विद्रोह के बाद, परमेश्वर ने उन्हें अनुशासित किया, और फिर उन्हें याद आया कि प्रभु क [...]

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"नया यहाँ है"

“नया यहाँ है!”

वचन: 2 कुरिन्थीयों 5:17 सो यदी कोई मसीह में है तो वह नई सृष्टी है: पुरानी बातें बीत गई हैं; देखो, वे सब नई हो गईं अवलोकन: इस अध्याय में, प्रेरित पौलुस ने मसीह यीशु में हम सभी के विजय का वर्णन किया है। उसने कहा, “यदि कोई पुरुष या स्त्री मसीह में है, तो वे नई सृष्टि हैं। फिर उसने कहा, "पुरानी बातें बीत गई हैं; देखो, वे सब नई हो गईं!" कार्यान्वयन: आप कभी भी नई चीजों की सराहना करना बंद नहीं करते हैं! चाहे वह पुराने घर की नई पेंटिंग हो, या नई कार, या नया सूट, या नया हेयरस्टाइल, या कोई नई जगह, आप हमेश [...]

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"बस एक और बात"

“बस एक और बात”

वचन: 2 कुरिन्थीयों 8:7 सो जैसे हर बात में अर्थात विश्वास, वचन, ज्ञान और सब प्रकार के यत्न में, और उस प्रेम में, जो हम से रखते हो, बढते जाते हो, वैसे ही इस दान के काम में भी बढते जाओ . अवलोकन: प्रेरित पौलुस ने कुरिन्थ की कलीसिया को उदार होने के लिए जिस कूटनीति के लिए प्रोत्साहित किया वह भावनात्मक बुद्धिमत्ता का विषय है। उसने उन सभी अद्भुत चीजों के लिए उनकी प्रशंसा की, जिनके लिए वे जाने जाते थे, लेकिन फिर उसने कहा, "बस एक और बात," देने की कृपा में उत्कृष्टता प्राप्त करने का प्रयास करें। कार्यान्वय [...]

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"राष्ट्रीय अगुवा कैसा दिखता है",

“राष्ट्रीय अगूँवा कैसा दिखता है”

वचन: स्तोत्र 72:4 वह प्रजा के दीन लोगों का न्याय करेगा, और दरिद्र लोगो को बचाएगा. और अन्धेर करने वालों को चूर करेगा। अवलोकन: यह राजा दाऊद की यहोवा परमेश्वर से प्रार्थना का एक भाग है। वास्तव में, इस प्रार्थना में, दाऊद ने परमेश्वर से अपने लोगों की उचित देखभाल करने के लिए उसे कुछ नेतृत्व का स्वभाव और शक्ति देने के लिए विनती की। इस विशेष ग्रंथ में दाऊद तीन चीजों की मांग करता हैं। सबसे पहले, उसने परमेश्वर से असहाय लोगों की मदद करने के लिए उसे सशक्त बनाने के लिए विनती की। फिर उसने यहोवा से विनती की क [...]

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"आपको कौन धोखा दे रहा है?"

“आपको कौन धोखा दे रहा है?”

वचन: 2 कुरिन्थीयों 11:14 और यह कुछ अचम्भे की बात नहीं क्योंकी शैतान आप भी ज्यातिर्मय स्वर्गदूत का रुप धारण करता है। अवलोकन: प्रेरित पौलुस ने इस अध्याय का प्रयोग झूठे शिक्षकों और सुसमाचार के शिक्षकों के कार्य की निंदा करने के लिए किया। उसने कुरिन्थीयों की कलीसिया को बताया कि वह और उसके साथी वेतन के लिए उनके शहर में कभी नहीं आए थे, बल्कि केवल यीशु के सुसमाचार का प्रचार करने के लिए आए थे।  उसने उन्हें बताया कि उसने और उसके साथियों ने सुसमाचार की सच्चाई को बताया था। लेकिन अब वह इन दूसरे झूठों स [...]

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